विभाग ने लगाई रोक और मंत्री कर रहे सेमिनार में चर्चा
भोपाल
उच्च शिक्षा विभाग ने आनलाईन वेबिनार, सेमिनार, वर्कशाप और फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम पर दो माह के लिए रोक लगा दी है। इसके बाद भी उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर आयोजित परिचर्चा में हिस्सा लेते हुए उसका शुभारंभ कर दिया। विभाग ने इसी सप्ताह सितंबर और अक्टूबर में होने वाली ओपन बुक एग्जाम और रिजल्ट के लिए होने वाले मूल्यांकन के चलते सभी कार्यक्रमों को प्रतिबंधित किया है।
समर्थ को नहीं दोष गो सार्इं की ये कहावत उच्च शिक्षामंत्री यादव पर सटीक बैठ रही है। क्योंकि विभाग ने ओपन बुक एग्जाम के चलते सभी आनलाईन वेबिनार, सेमिनार, वर्कशाप और फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम पर दो माह के लिए रोक लगाना पड़ी है। इसके बाद भी मंत्री यादव ने बीयू में आयोजित दो दिनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर आयोजित परिचर्चा में भाग ले हुए प्रोफेसरों को कार्य करने तक की जिम्मेदारी दे डाली। इस दौरान उन्होंने बीयू के टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम का उद्घटान तक किया। जबकि विभाग ने आदेश जारी होने के बाद कोई प्राचार्य और रजिस्ट्रार कार्यक्रमों का आयोजन होने की स्वीकृति प्रदान करने से मना किया है। इसके बाद भी बीयू के कुलपति आर जे राव और रजिस्ट्रार अजित श्रीवास्तव ने कार्यक्रम आयोजित करा दिया।
क्यों लगाई थी विभाग ने रोक
लाकडाउन लगने के बाद मैनुयली के कार्यक्रम बंद कर दिए गए हैं। इसलिए आनलाइन वेबिनार और वर्कशाप आयोजित किए जा रहे हैं। हर दिन प्रोफेसर कई वेबिनार और वर्कशाप में व्यस्त रहने लगे हैं। जबकि विभाग ने उनका मोह आनलाइन वेबिनार और वर्कशाप से भंग कर परीक्षाओं के कार्यों में प्रोफेसरों की जिम्मेदारी से निभाने आदेश जारी किया था।
और भी मंत्री हैं के कार्यक्रम
मंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक मंत्री यादव विभागीय कार्यक्रम की सूची तैयार है। इसमें जहां मंत्री अपनी हिस्सेदारी निभाएंगे और प्रोफेसरों को सम्मिलित किया जाएगा।
वर्जन
विभाग द्वारा ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। कोरोना के चलते इसलिए कार्यक्रम में रोक लगाई गई है, जिसमें प्रोफेसरों और विद्यार्थियों की अधिक भीड़ नहीं जुट सके।
डॉ. मोहन यादव, मंत्री, उच्च शिक्षा
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